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ट्रिब्यून समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15 फरवरी
11 फरवरी से संकलित आंकड़ों के अनुसार, कक्षा 9 के 42 फीसदी छात्र, कक्षा 10 के 65 फीसदी छात्र, कक्षा 11 के 48 फीसदी छात्र और कक्षा 12 के 67 फीसदी छात्र-छात्राएं इन-पर्सन कक्षाओं में भाग ले रहे हैं। पूरे भारत में सभी केन्द्रीय विद्यालय।
ये आंकड़े गतिशील हैं और रुझान हर दिन लगातार वृद्धि का संकेत देते हैं। शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि कक्षा 1 से 8 के लिए आमने-सामने की कक्षाएं कुछ केवी में भी शुरू की गई हैं जहां राज्य सरकारों ने जूनियर ग्रेड के लिए स्कूल खोलने की अनुमति दी है।
अभिभावकों और अभिभावकों के साथ नियमित संपर्क स्कूलों द्वारा किसी भी आशंका के कारण स्थापित किया जा रहा है। छात्रों को अपने अभिभावकों की पूर्व सहमति से कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति दी जा रही है।
महामारी को देखते हुए राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा जारी किए गए एसओपी का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। सभी केवी को स्पष्ट रूप से विभिन्न वर्गों के छात्रों के लिए कंपित समय का पालन करने और कक्षाओं में उचित भौतिक दूरी के रखरखाव सहित पर्याप्त सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है।
हालांकि, जो छात्र स्कूल नहीं जा रहे हैं, उनके लिए ऑनलाइन कक्षाओं का प्रावधान भी चल रहा है। छात्रों ने विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से अपने शिक्षकों के साथ संपर्क में हैं।
देश भर के केंद्रीय विद्यालयों ने एमएचए और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए गए दिशानिर्देशों के अनुसार विभिन्न वर्गों के लिए आमने-सामने शिक्षण को फिर से शुरू किया है। केवी ने अक्टूबर के महीने से चरणबद्ध तरीके से खोलना शुरू कर दिया।
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